पीपल और ऑक्सीजन
हिन्दू आस्था में पीपल के पेड़ को पूजनीय माने जाने पर कुछ लोग तर्क देते हैं कि पीपल ही एकमात्र ऐसा पेड़ है जो रात में भी ऑक्सीजन देता है। क्या वास्तव में ऐसा है? सबसे पहले तो पेड़-पौधों द्वारा ऑक्सीजन के उत्सर्जन की प्रक्रिया को समझना होगा। जैसा की आप जानते हैं कि पेड़ पौधे फोटोसिंथेसिस क्रिया द्वारा अपना भोजन बनाते हैं जिसमें वे सूर्य की रोशनी में co2 का प्रयोग कर भोजन तैयार करते हैं। इस क्रिया में ऑक्सिजन मुक्त होती है और उर्जा ग्लूकोस के रूप में संचित हो जाती है। इसके साथ ही जब पेड़-पौधे इस संचित उर्जा का उपयोग अपनी जैविक क्रियाओं के लिए करते हैं तो इसमें CO2 मुक्त होती है। इस क्रिया को respiration कहा जाता है। अतः पौधे अपनी जैविक क्रियाओं के द्वारा ऑक्सीजन और CO2 दोनों मुक्त करते हैं। अधिकांश पेड़-पौधों में हर समय गैसों का आदान प्रदान चलता रहता है। दिन में चूँकि फोटोसिन्थेसिस क्रिया होती है इसलिए दिन के समय ऑक्सीजन का उत्सर्जन प्रमुखता से होता है। रात्रि में फोटोसिन्थेसिस क्रिया न होने के कारण CO2 का उत्सर्जन अधिक होता है। ये फोटोसिन्थेसिस की आम क्रिया है जो अधिकतर पेड़-पौधों में सम्पन्न